दोस्तो कहानी शुरू करते है।😊
एक गांव में एक सुनार रहता था । वह बहोत दिन से बीमार था। उसके घर मे उसकी पत्नी और उसका एक बेटा रहता था।👪 वह बीमार होने के कारण उसकी मौत हो गई। सुनार की मौत होने के कारण उसके पत्नी और उसके बेटे ने उसका किर्याक्रम करवाया। और घर आ गए । वह परिवार बहुत दुखी था। 🙍पर खुद को संभालते हुए उसकी पत्नी ने अपने बेटे को समजाकर दुखी होने नही दिया। ऐसे करते करते कुछ दिन निकल गए।
घर मे का सारा धन 💰लग बग खतम हो चुका था। सुनार की पत्नी बहोत चिंतित थी। 🤔कयूकी उसका बेटा अभी बहुत छोटा था।👩🚀 फिर उसने सोचा उसके पास कुछ सोने के जेवर थे । तो वह बेच कर अपने बेटे का पेट भर सकु। तो उसने अपने बेटसे कहा।
माँ👩⚖️-बेटा यह जेवर अपने चाचा के दुकान में ले जाके बेच देना।
तो बच्चा वह जेवर लेकर अपने चाचा के पास गया। और बोला कि,
बेटा👩🚀-चाचा यह जेवर माँ ने बेचने के लिए कहा है। तो उसके चाचा ने वह जेवर देखे । परख 🕵️के बोला।
चाचा👳-बेटा तू अपने माँ से कहना कि ये सोने के जेवर अभी मत बेचना, कयूकी अभी भाव बहोत कम चल रहा है। जब भाव बढ़ जाएंगे तब बेच देना।
उस बच्चे के पास कुछ पैसे💴 दे कर कहा कि
चाचा👳-बेटा ये पैसे💴 घर जाके माँ 👩⚖️को देना और तुम कल से काम सीखने के लिए मेरे दुकान में आ जाना।
ऐसा करके वह बच्चा हर रोज काम करने के लिए वह दुकान मैं आता रहा।
बहुत वक्त गुजर चुका था । अब वह लड़का बहुत अच्छा काम सिख गया था ।और काम भी बहुत अच्छी तरीकेसे कर रहा था। ऐसे एक दिन उसके चाचा ने कहा कि
चाचा👳- बेटे अब तुम वह अपने माँ के जेवर ले आना कयूकी अभी भाव अच्छा चल रहा है दाम अछी आ जायेगी।
तो वह लड़का घर जाकर सोने का जेवर लेकर आया और वह जेवर चाचा ने उसे परखने को कहा।पर वह जेवर नकली था । तो उस लड़के ने कहा
लड़का👩🚀-चाचा यह जेवर नकली है। तो चाचा ने बहुत अच्छा से उसे उत्तर दिया।
चाचा👳-बेटा वह मुझे पहिलेसेही पता चल गया था ।पर में वह तब कहता तो लगता कि तुम्हारे वक्त अच्छा नही तो में तुम्हारा फायदा ले रहा हु ,उसके लिए मैने तुम्हें इसका ज्ञान दिया कयूकी तुम्हें सही और गलत का पता चल पाऐ।
बेटा ज्ञान के बिना सही और गलत का पता नही चलता।
दोस्तो इसी तरह अपन बहूत जगह अधूरा ज्ञान लेके और कुछ भी ज्ञान न लेके काम करने के लिए जाते है ।पर अपन वाहापे सफल नही होते। कयूकी अपने पास ज्ञान नही रहता।
दोस्तो कहानी का यही अर्थ है कि, जो सीखने को मिले वही सिखते रहे ।ज्ञान लेते रहे । क्या पता कोनसा ज्ञान अपने को कब काम आ जाये।
दिस्तो अगर आपको कहानी अछि लगी होगी और आप थोड़े भी प्ररित हुए होंगे कुछ सीखने को मिला होंगा तो नीचे
Comments Box में comment जरूर कर देना कयूकी मुजे बहुत अच्छा लगेगा।
थैंक यू
4 टिप्पणियाँ
Nice
जवाब देंहटाएंThank you
हटाएंBahut acchi kahani hai
जवाब देंहटाएंThanks
हटाएंGajananbansode24@gmail.com